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Ganesh Chaturthi sms
गणपति बप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया,
सिद्धि विनायक मोरया गिरिजा नंदन मोरया,
Ganpati bppa morya, mangal murti morya,
siddhi vinayaka morya,Girija nandan morya.
गणेश जी आपके समस्त कष्टों का निवारण करें...
गणेश चतुर्थी के पावन पर्व की हार्दिक ShubhaKamna....
आपका सुख गणेश के पेट जितना बड़ा हो,
आपका दुःख उदर जैसा छोटा हो, ...
आख़िर सबसे पहले आकर, हमारे दिलों में बस जाते हैं गणपति जी।
Happy....Happy...GAnesh Chaturthi.
गणेश की ज्योति से नूर मिलता है
सबके दिलोको सुरुर मिलता है जो भी जाते है
गणेश जी के द्वार कुछ ना कुछ जरुर मिलता ...
Happy Ganesh Chaturthi to All
मोदक को थोड़ा राउंड घुमाके , बाप्पा के जैसा डमरू बजाके ,
गणपति को माउस पे बिठाके , आजाओ सरे मूड बनाके ,
आल ध बाप्पा फैंस … गणेशा डोन्ट मिस ध चांस …
गणेशा डमरू डांस डमरू डांस डमरू डांस डमरू डांस ...
दिल से जो भी मांगोगे मिलेगा; ये गणेश जी का दरबार है!
देवों के देव वक्रतुंडा महाकाया को; अपने हर भक्त से प्यार है!
गणेश चतुर्थी की शुभ कामनाएं!
करके जग का दूर अंधेरा आई सुबह लेकर खुशियां
साथ; गणपति. करके जग का ...
विघ्नहर्ता,मंगलकर्ता सब के जीवन में नूतन उत्साह का संचार करें
@HAPPY GANESH CHATURTHI@
श्री गणपति के चौदह पवित्र नाम
1. विनायक
2. गजानन
3. गणेश
4. लंबोदर
5. एकदंत
6. वक्रतुंड
7. विघ्नराज
8. भालचंद्र
9. गणाधिप
10. विकट
11. हेरंब
12. कृष्णपिंगाक्ष
13. आखुरघ
14. गौरीपुत्र।
जो व्यक्ति इन नामों का प्रति दिन उच्चारण कर भगवान गणेश की आराधना करता है। उसके सारे दुख-दर्द दूर होकर उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
सर्व जगत नियंता पूर्ण परम तत्व ही गणपति तत्व हैं। 'गण' शब्द समूह का वाचक होता है। समूहों के पालन करने वाले परमात्मा को गणपति कहते हैं। गणपति ब्रह्म ही हैं। उन्ही से जगत की उत्पति, स्थिति और लय होता है।
सर्व जगत नियंता पूर्ण परम तत्व ही गणपति तत्व हैं। 'गण' शब्द समूह का वाचक होता है। समूहों के पालन करने वाले परमात्मा को गणपति कहते हैं। गणपति ब्रह्म ही हैं। उन्ही से जगत की उत्पति, स्थिति और लय होता है।
मस्त पवन ये फिर ले आई, मौजों की नैया लाई
गणपति उस पार चले, लेकर सबका प्यार चले
सफल हुई सबकी पूजा, ऐसा न कोई बिन दूजा
घटा गगन पर लहराई, घड़ी विसर्जन की आई
भूल चूक हो माफ़ हमारी, हम सब हैं बड़े नादान बड़े
गणपति बप्पा दुख हरता, दुख हरता भाई दुख हरता
दस दिन घर में आन रहे, भक्तों के मेहमान रहे
सारे शहर में धूम मची, जोश से जनता झूम उठी
उनको प्यारे सब इंसान राजा रंक हैं एक समान
दुख हरता भाई दुख हरता
गणपति बप्पा मोरया, पुड्च्या वर्षी लौकरया
मोरया रे, बप्पा मोरया रे \-४
गणपति अपने गाँव चले, कैसे हमको चैन पड़े
जिसने जो माँगा उसने वो पाया,
रस्ते पे हैं सब लोग खड़े
तुम्हीं हो माता, पिता तुम्ही हो, तुम्ही हो बंधु सखा तुम्ही हो
तुम्ही हो साथी तुम्ही सहारे, कोई न अपना सिवा तुम्हारे
तुम्ही हो नय्या तुम्ही खिवय्या, तुम्ही हो बंधु सखा तुम्ही हो
जो खिल सके ना वो फूल हम हैं, तुम्हारे चरनों की धूल हम हैं
दया की दृष्टि सदा ही रखना, तुम्ही हो बंधु सखा तुम्ही हो
गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया
देवा हो देवा गणपति देवा तुमसे बढ़कर कौन
स्वामि तुमसे बढ़कर कौन
और तुम्हारे भक्तजनों में हमसे बढ़कर कौन
हमसे बढ़कर कौन
अद्भुत रूप ये काया भारी महिमा बड़ी है दर्शन की
प्रभु महिमा बड़ी है दर्शन की
बिन माँगे पूरी हो जाये जो भी इच्छा हो मन की
प्रभु जो भी इच्छा हो मन की
भक्तों की इस भीड़ में ऐसे बगुला भगत भी मिलते हैं
हाँ बगुला भगत भी मिलते हैं
भेस बदल कर के भक्तों का जो भगवान को छलते हैं
अरे जो भगवान को छलते हैं
छोटी सी आशा लाया हूँ छोटे से मन में दाता
इस छोटे से मन में दाता
माँगने सब आते हैं पहले सच्चा भक्त ही है पाता
सच्चा भक्त ही है पाता
एक डाल के फूलों का भी अलग अलग है भाग्य रहा
प्रभु अलग अलग है भाग्य रहा
दिल में रखना डर उसका मत भूल विधाता जाग रहा
मत भूल विधाता जाग रहा